Bijal Talekar
"अचानक उसे फिर से अपने सामने पाते ही मैं बहोत डर गई। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं!? और बेसुध हालात में मैं एक बार फिर सीढ़ियों की और दौड़ पड़ी और सीधा कमरे की बाल्कनी तक जा पहुंची। अब मेरे आगे गहरी खाई थी जहां से पीछे मुड़ना असंभव था। और अंखीरकार डर के मारे मैंने खुदको बाल्कनी से नीचे गिरा दिया।" ( You are 1 click away to read full story. Visit the given link to read the story for free. 🤑📘) #letsunlu #collabkaro #newstory #shorthorrorstories
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